Category: हिल स्टेट

October 29, 2013 pcadm 1 0

रंगयाली पिछोड़ा

उत्तरांचल में विवाह के आलावा अन्य अवसरों पर पहने जाने वाली चुनरी को रंगयाली पिछोड़ा कहते है। यह संयुक्त रूप से लाल तथा पीले रंग का होता है। ऐपण की तरह इसमें भी शंख, चक्र, स्वस्तिक, घंटा , बेल-पत्ती, फूल, आदि शुभ चिन्हों का प्रयोग होता है। पहले लोग घर…

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October 23, 2013 pcadm 0

कोहिमा का हार्नबिल फेस्टिवल

भारत के उत्तर-पूर्व क्षेत्र के सेवन सिस्टर्स के नाम से प्रसिद्ध सात राज्यों में नागालैंड अपनी विशिष्ट संस्कृति के लिए अलग ही पहचान रखता है। राज्य सरकार द्वारा आयोजित हॉर्नबिल फेस्टिवल में राज्य के 16 विभिन्न कबीले या जनजातियां अपने-अपने रीति-रिवाजों, परम्पराओं एवं लोकनृत्यों-संगीत का प्र्दशन तो करते ही हैं,…

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October 23, 2013 pcadm 0

संवेदनशील गांवों में दहशत

अस्कोट(पिथौरागढ़): बरसात का मौसम दस्तक देने लगा है। इसके साथ ही पहाड़ के उन सैकड़ों गांवों में दहशत व्याप्त होने लगी है जो दैवीय आपदा के लिहाज से बेहद संवेदनशील हैं, लेकिन राज्य का आपदा प्रबंधन तंत्र अभी तक इन गांवों में से केवल एक तिहाई गांवों का ही सर्वे…

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October 20, 2013 pcadm 0

सिमट रही है गंगा की धारा

गंगा इन दिनों अजीब विरोधाभासों का सामना कर रही है। एक ओर पहाड़ों में बर्फबारी हो रही है, वहीं दूसरी ओर टिहरी में बनाये गये भीमकाय बाँध के प्रबंधकों ने अधिक पानी रोककर जलधारा को पहले से भी सीमित कर दिया है। ठंड बढ़ने के साथ ही पहाड़ों में बर्फबारी…

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October 16, 2013 pcadm 0

कुमाऊँ का लोक नृत्य: छोलिया

विभिन्न अंचलों के अपने-अपने लोकनृत्य होते हैं। कुमाऊँ का लोकनृत्य छोलिया नृत्य कहा जाता है। इस नृत्य को करने वालों को छोल्यार कहा जाता है। यह नृत्य प्रायः पुरुषों द्वारा किया जाता है। यह नृत्य यहाँ श्रृंगार व वीर रस दो रूपों में देखने को मिलता है। कुमाऊँ के पाली…

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October 8, 2013 pcadm 0

भूस्खलन: कुमाऊं के कई इलाके संवेदनशील

भीमताल: मानसून में बरस रहे मेघों का रुख देख भू-विज्ञानी भूस्खलन के लिहाज से कुमाऊं के तमाम इलाकों की संवेदनशीलता के मद्देनजर चिंतित हैं। पिथौरागढ़, बागेश्वर व अल्मोड़ा के साथ ही नैनीताल के तमाम क्षेत्र खतरे के मुहाने पर हैं। जिले का पूरा ओखलकांडा ब्लॉक तो संवेदनशील श्रेणी में है…

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September 29, 2013 pcadm 0

मदहोश करती वादियां

अनछुई हरियाली भरी वादियाँ, पेड़ पौधों के बीच विचरण करते वन्य जीव, पक्षियों की सुरीली चहचहाहट, बर्फ की चादर ओढ़े दूर-दूर तक फैली पर्वत श्रृंखलाएँ यहाँ आने वालों को मदहोश कर देती है। कुछ इस तरह से परिचय दिया जाता है बेदिनी बुग्याल की जो उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले…

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September 29, 2013 pcadm 0

साजिश के शिकार होते तेंदुए!

देवों की भूमि उत्तराखंड में पिछले दस सालों से एक भयानक साजिश चल रही है। इस साजिश के शिकार जंगल के जानवर हो रहे हैं। इस साजिश का सबसे बड़ा शिकार तेंदुआ है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल उत्तराखंड अब तक 51 तेंदुओं की मौत हो चुकी है। वन…

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September 27, 2013 pcadm 0

भारत की आखिरी चाय की दुकान

उत्तराखंड के चमोली जिले में चीन की सीमा से लगे देश के अंतिम गाँव माणा में चाय की एक छोटी-सी दुकान बद्रीनाथ की यात्रा पर जाने वाले हर सैलानी और श्रद्धालु को बरबस अपनी ओर खींच लेती है । ये दुकान  भारत की आखिरी चाय की दुकान के नाम से…

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September 13, 2013 pcadm 0

उत्तराखंड में भी मौजूद हैं हिम तेंदुए

उत्तराखंड में दुर्लभ हिम तेंदुए की मौजूदगी हमेशा से उत्सुकता का विषय रहा है, लेकिन विश्व प्रकृति निधि (डब्लूडब्लूएफ) के सर्वे ने उम्मीद की एक किरण जगाई है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में किए गए एक सर्वेक्षण में इस बात की पुष्टि हुई है कि हिम तेंदुआ अपने पूरे दमखम…

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