Category: पहाड-पर्यावरण

December 15, 2013 pcadm 0

हिमालयवासियों ने बनवाया येती का चित्र

ब्रिटेन के डर्बीशायर इलाक़े की एक महिला ने येती का एक चित्र जारी किया है. ये चित्र उन्होंने कथित तौर पर हिमालयवासियों के आखों देखे विवरण के आधार पर बनाया है. येती यानी हिममानव एक ऐसा जीव है जिसके बारे में ढेरों किंवदंतियाँ हैं और अब तक इसकी कोई तस्वीर…

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September 13, 2013 pcadm 0

उत्तराखंड में भी मौजूद हैं हिम तेंदुए

उत्तराखंड में दुर्लभ हिम तेंदुए की मौजूदगी हमेशा से उत्सुकता का विषय रहा है, लेकिन विश्व प्रकृति निधि (डब्लूडब्लूएफ) के सर्वे ने उम्मीद की एक किरण जगाई है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में किए गए एक सर्वेक्षण में इस बात की पुष्टि हुई है कि हिम तेंदुआ अपने पूरे दमखम…

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August 24, 2013 pcadm 0

विलुप्त हो रही है सोन चिरैया

संरक्षणकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि दुनिया की सबसे वज़नदार पक्षियों में से एक सोन चिरैया की प्रजाति लुप्त होने की कगार पर है. सोन चिरैया एक मीटर उंची होती है और इसका वज़न 15 किलो होता है. इंटरनेश्नल यूनियन फ़ॉर कंज़र्वेशन ऑफ़ नेचर का कहना है कि अब केवल…

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August 18, 2013 pcadm 0

धसक रहें है टिहरी के गाँव

नई टिहरी। इस बार उतरांचल में हुई जोरदार बारिश ने जो तबाही मचाई वह सामने आ चुकी है पर जो तबाही आने वाली उसका किसी को अंदाजा नही है । भगीरथी – भिलांगना नदी पर बने टिहरी बांध की वजह से बनी झील के आसपास के गाँव धसकने लगे है…

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May 16, 2013 pcadm 0

लद्दाख में अब गंदगी का साम्राज्य

देश के चुनिंदा पर्यटन स्थलों में लद्दाख का एक अलग ही स्थान है। अन्य पर्यटन स्थलों की तुलना में ये इसलिए अलग है क्योंकि दूसरे पर्यटन स्थलों पर लोग जहां केवल प्रकृति की अनुपम सुंदरता के दर्शन करते हैं वहीं लद्दाख में उन्हें प्रकृति के साथ-साथ इंसानी जीवनशैली भी आकर्षित…

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March 15, 2013 pcadm 0

भूटानः सुख छिनने लगा है धरती के स्वर्ग का

भूटान के प्राकृतिक सौंदर्य और पहाड़ों ने इसे दुनिया की सबसे चाही जाने वाली जगह बना दिया है। ऐसे वक्त में, जब हर कोई धरती के इस स्वर्ग में जाने की इच्छा रखता हो, क्या यह स्वर्ग रह पाएगा? कहते हैं कि पैसा सब कुछ खरीद सकता है, बस खुशी…

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February 15, 2013 pcadm 0

कहीं घट तो कहीं बढ़ रहे हैं ग्लेशियर

कुछ साल पहले संयुक्त राष्ट्र की पर्यावरण संस्था आईपीसीसी ने दावा किया था कि हिमालय के ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं और 2035 तक पूरी तरह खत्म हो जाएंगे। वहीं, बाद में एक पश्चिमी पर्यावरणीय संस्था ने दावा किया कि कुछ हिमालयी इलाकों में ग्लेशियरों की मोटाई बढ़ती हुई…

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November 5, 2012 pcadm 0

गोविन्द वन्य जीव विहार तस्करों के निशाने पर

सीमान्त जनपद उत्तरकाशी का गोविन्द वन्य जीव पशु विहार में वन उत्पादों और जंगली पशुओं की तस्करी खेल जारी है। अन्तर्राष्ट्रीय वन्य जीव तस्करों का गिरोह लंबे समय से इस सीमांच क्षेत्र में अपनी पैठ बनाये हुए हैं। अवैध शिकार और तस्करी को रोकने के लिए दबिशें और गिरफ्तारी भी…

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November 4, 2012 pcadm 0

अलकनंदा: निर्जल हुई नदी

गोपेश्वर, एक तरफ अपनों के खोने गम तो दूसरी तरफ उसके शवदाह की चिंता। घंटो इंतजारी के बाद संदेशा आता है कि नदी में कुछ समय के लिये पानी बढ़ा दिया गया है। शवदाह की रस्म पूरा करें। तब जाकर कहीं नदी किनारे शवदाह की रस्म पूरी हो पाती है।…

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October 27, 2012 pcadm 0

कहीं दक्षिण अफ्रीका न बन जाए काजीरंगा

असम का काजीरंगा नेशनल पार्क भी अब दक्षिण अफ्रीका की राह पर है। इस साल अब तक काजीरंगा अपने 40 गैंडों से हाथ धो चुका है। इनमें से 12 का शिकार हुआ जबकि 28 बाढ़ में मारे गए। वहीं, दक्षिण अफ्रीका में पिछले 10 महीनों में 450 गैंडों का शिकार…

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