भूटान हिमालय के आंचल बसा देशा
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उत्तरांचल में शुभावसरों पर बनायीं जाने वाली रंगोली को ऐपण कहते हैं। ऐपण कई तरह के डिजायनों से पूर्ण होता है। ऐपण के मुख्य डिजायन -चौखाने , चौपड़ , चाँद, सूरज , स्वस्तिक , गणेश ,फूल-पत्ती, बसंत्धारे तथा पो आदि हैं। ऐपण के कुछ डिजायन अवसरों के अनुसार भी होते…
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उत्तरांचल में विवाह के आलावा अन्य अवसरों पर पहने जाने वाली चुनरी को रंगयाली पिछोड़ा कहते है। यह संयुक्त रूप से लाल तथा पीले रंग का होता है। ऐपण की तरह इसमें भी शंख, चक्र, स्वस्तिक, घंटा , बेल-पत्ती, फूल, आदि शुभ चिन्हों का प्रयोग होता है। पहले लोग घर…
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उत्तराखंड में दुर्लभ हिम तेंदुए की मौजूदगी हमेशा से उत्सुकता का विषय रहा है, लेकिन विश्व प्रकृति निधि (डब्लूडब्लूएफ) के सर्वे ने उम्मीद की एक किरण जगाई है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में किए गए एक सर्वेक्षण में इस बात की पुष्टि हुई है कि हिम तेंदुआ अपने पूरे दमखम…
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संरक्षणकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि दुनिया की सबसे वज़नदार पक्षियों में से एक सोन चिरैया की प्रजाति लुप्त होने की कगार पर है. सोन चिरैया एक मीटर उंची होती है और इसका वज़न 15 किलो होता है. इंटरनेश्नल यूनियन फ़ॉर कंज़र्वेशन ऑफ़ नेचर का कहना है कि अब केवल…
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पूर्वोतर का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले असम के शहर गुवाहटी का नजारा। रात का आगाज और सिमटती शाम में बिजली से जगमगता गुवाहटी । शहर के आगे बहती ब्रह्मपुत्र नदी मानो किसी स्टेज जैसी लगती है। जिसे नीले रंग की चार से ढका गया हो। शहर के गांधी मंडप…
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सूर्य और इससे पैदा होने वाली ऊर्जा हमारी प्रथाओं का एक अहम हिस्सा है। जिसका लद्दाख़ी संस्कृति से गहरा नाता है। हांड मांस कंपा देने वाली सर्दी में जब यहां का जीवन ठहर जाता है तो इससे क्षेत्र का बिजली विभाग भी नहीं बच पाता है। ऐसे में सिर्फ सौर…
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नैनीताल। देवस्थल में स्थापित 1.3मीटर ऑप्टिकल टेलीस्कोप से कैद किए गए ओरियन नेब्यूला (निहारिका), एनजीसी598 गेलेक्सी तथा स्टार ब्रस्ट गेलेक्सी एम82 चित्रों को वैज्ञानिक ब्रह्मांड के विस्तार तथा तारों की उत्पत्ति पर शोध कार्य के लिए महत्वपूर्ण मान रहे हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक नेब्यूला (निहारिका) का जन्म दो तरह से…
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