अन्ना की सुनी तो शर्मिला की क्यों नहीं!
इम्फाल। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और मणिपुर की इरोम शर्मिला चानू के बीच एक समानता है। अपनी बात मनवाने के लिए दोनों अनिश्चितकाल तक अनशन कर सकते हैं। लेकिन यह समानता यहीं खत्म हो जाती है। टेलीविजन चैनलों की चकाचौंध और माइक्रोफोन से दूर शर्मिला पिछले 11 साल से राजनीतिक…
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