Category: यात्रा

May 20, 2014 pcadm 0

बिहू : गौरवपूर्ण परंपरा की पहचान

असम सिर्फ एक प्रदेश का नाम नहीं, प्राकृतिक सौंदर्य, प्रेम, विभिन्न संस्कृतियों इत्यादि की झलक का प्रतीक है। असम की ढेर सारी संस्कृतियों में से बिहू एक ऐसी परंपरा है जो यहां का गौरव है। असम में मनाए जाने वाले बिहू मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं... बैसाख बिहू -…

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February 9, 2014 pcadm 0

लद्दाख में आपका स्वागत है।

लामाओं की भूमि लद्दाख आपको प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ रोमांच भी प्रदान करता है. अगर आप सड़क यात्रा द्वारा मनाली से रोहतांग पास होते हुए अपनी यात्रा तय करेंगे तो आपका रास्ता सीढ़ीनुमा होने के साथ-साथ उतराई-चढ़ाई से भरपूर होगा जहाँ रास्ते में आए दर्रे आपको अपने नैसर्गिक सौंदर्य से…

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February 5, 2014 pcadm 0

कुदरत की नायाब इंजीनियरिंग

ये है मेघालय का चेरापूंजी। दुनिया में सबसे अधिक वर्षा वाले स्थानों मे से एक। यहां कुदरत पानी बनकर रास्ता रोकती भी है तो खुद ही पुल बनकर उसे पार भी करा देती है। चेरापूंजी के सघन वन क्षेत्रों में नदियों को पार करने के लिए ऐसे ही पुल बने…

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October 23, 2013 pcadm 0

कोहिमा का हार्नबिल फेस्टिवल

भारत के उत्तर-पूर्व क्षेत्र के सेवन सिस्टर्स के नाम से प्रसिद्ध सात राज्यों में नागालैंड अपनी विशिष्ट संस्कृति के लिए अलग ही पहचान रखता है। राज्य सरकार द्वारा आयोजित हॉर्नबिल फेस्टिवल में राज्य के 16 विभिन्न कबीले या जनजातियां अपने-अपने रीति-रिवाजों, परम्पराओं एवं लोकनृत्यों-संगीत का प्र्दशन तो करते ही हैं,…

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September 29, 2013 pcadm 0

मदहोश करती वादियां

अनछुई हरियाली भरी वादियाँ, पेड़ पौधों के बीच विचरण करते वन्य जीव, पक्षियों की सुरीली चहचहाहट, बर्फ की चादर ओढ़े दूर-दूर तक फैली पर्वत श्रृंखलाएँ यहाँ आने वालों को मदहोश कर देती है। कुछ इस तरह से परिचय दिया जाता है बेदिनी बुग्याल की जो उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले…

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September 27, 2013 pcadm 0

भारत की आखिरी चाय की दुकान

उत्तराखंड के चमोली जिले में चीन की सीमा से लगे देश के अंतिम गाँव माणा में चाय की एक छोटी-सी दुकान बद्रीनाथ की यात्रा पर जाने वाले हर सैलानी और श्रद्धालु को बरबस अपनी ओर खींच लेती है । ये दुकान  भारत की आखिरी चाय की दुकान के नाम से…

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June 21, 2013 pcadm 0

लाहौल-स्पीति: प्रकृति का अछूता नजारा

चारों तरफ झीलों, दर्रो और हिमखंडों से घिरी, आसमान छूते शैल-शिखरों के दामन में बसी लाहौल-स्पीति घाटियां अपने जादुई सौंदर्य और प्रकृति की विविधताओं के लिए विख्यात हैं। हिंदू और बौद्ध परंपराओं का अनूठा संगम बनी इन घाटियों में प्रकृति विभिन्न मनभावन परिधानों में नजर आती है। कहीं आकाश छूती…

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May 2, 2013 pcadm 0

रोहतांग दर्रा: खतरनाक खूबसूरती

13 हजार फुट की ऊचाई पर स्थित रोहतांग दर्रा टूरिस्टों का हॉट स्पॉट है। मनाली केलांग हाइवे पर प्राकृतिक खूबसूरती से भरपूर बर्फीली वादियों में खड़े देवदार के पेड़ हर किसी का मन मोह लेते हैं। व्यास और चंदा जैसी नदियां दिल खुश कर देती हैं। लेकिन यह खूबसूरती अचानक…

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February 25, 2013 pcadm 0

दो घाटियों की सुंदर सैरगाह: चिंदी

एजेंसी. शि्मला।  हिमाचल में कुल्लू-मनाली, डलहौजी, धर्मशाला शिमला आदि ऐसी बहुत से डेस्टेशन हैं, जिस ओर प्रकृति प्रेमी अक्सर रुख किया करते हैं। लेकिन चिंदी व कारसोग की खूबसूरती अभी भी छिपी हुई है। ये ऐसी दो घाटियां हैं, जो भले ही लोगों को याद न आती हों, मगर यहां…

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January 19, 2013 pcadm 0

मेघालय में शीशे से बनी पहली मस्जिद लोगों के लिए खुली

भारत में शीशे से बने पहली और पूर्वोत्तर क्षेत्र की सबसे बड़ी मस्जिद को वीरवार को लोगों के लिए खोल दिया गया. इस मस्जिद में 2000 श्रद्धालुओं के बैठने की जगह है. करीब दो करोड़ रूपये की लागत से बनी इस मस्जिद का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक राज्य मंत्री…

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