मदहोश करती वादियां
अनछुई हरियाली भरी वादियाँ, पेड़ पौधों के बीच विचरण करते वन्य जीव, पक्षियों की सुरीली चहचहाहट, बर्फ की चादर ओढ़े दूर-दूर तक फैली पर्वत श्रृंखलाएँ यहाँ आने वालों को मदहोश कर देती है। कुछ इस तरह से परिचय दिया जाता है बेदिनी बुग्याल की जो उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित है।
यहाँ के दिन का मौसम तो सुहाना होता ही है, यहाँ की रातें गर्मी के मौसम में भी ठिठुरन भरी होती हैं। यहां आने का सही समय मई-जून और सितंबर-अक्टूबर का है।
बेदिनी बुग्याल तक सड़क नहीं है। अतः पूरा रास्ता पैदल ही तय करना पड़ता है। बेदिनी बुग्याल पहुँचने के लिए ग्वालदम से ही ट्रैकिंग शुरू करनी पड़ती है। जो लोग झील किनारे बैठकर आनंद लेना चाहते हैं उनके लिए भी यहाँ मौका है। मंडोली व वान के रास्ते में ब्रह्मताल और भैकनताल झीलें भी पड़ती हैं। पानी में खेलने के शौकीन यहां आकर पिंडारी नदी के कल-कल करते स्वच्छ पानी में गोता लगाने के साथ पत्थरों पर बैठकर पानी का आनंद ले सकते हैं। सैलानियों को यहाँ आने के लिए अपने साथ गर्म कपड़े, टैंट, ट्रैकिंग शूज, पीने का पानी, पैक खाना और दवाई आदि लेकर चलना चाहिए।
वादियों में खिले रंग-बिरंगे फूलों की मदहोश करती खुशबू, दूर तक फैली मुलायम हरी घास की चादर, दरख्तों के पीछे से सम्मोहित करते हिम शिखर, सुरमई शाम में ठंडी हवाओं के झोंके और ओस की फुहारें यहां आने वाले किसी भी शख्स को मदमोहश और मंत्रमुग्ध कर देती हैं।