कोहिमा का हार्नबिल फेस्टिवल
भारत के उत्तर-पूर्व क्षेत्र के सेवन सिस्टर्स के नाम से प्रसिद्ध सात राज्यों में नागालैंड अपनी विशिष्ट संस्कृति के लिए अलग ही पहचान रखता है। राज्य सरकार द्वारा आयोजित हॉर्नबिल फेस्टिवल में राज्य के 16 विभिन्न कबीले या जनजातियां अपने-अपने रीति-रिवाजों, परम्पराओं एवं लोकनृत्यों-संगीत का प्र्दशन तो करते ही हैं, मिजोरम, मेघालय समेत पूवरेत्तर क्षेत्रों के अन्य राज्यों के कलाकार भी अपने-अपने राज्यों के लोक संगीत एवं लोक नृत्यों का प्रदर्शन करते हैं।
इस उत्सव में नागालैंड तथा अन्य पूवरेत्तर राज्यों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं विविधता देखने को मिलती है, इसीलिए इसे फेस्टिवल आफ फेस्टिवल्स भी कहा जाता है। हॉर्नबिल फेस्टिवल का नाम इस राज्य के हॉर्नबिल नामक पक्षी के नाम पर रखा गया है। इस पक्षी की अनेक विशेषताओं के कारण इसे प्यार करते हैं तथा आदर के साथ अपने ‘हैडगीयर’ में प्रतीक रूप में भी लगाते हैं। समारोह कोहिमा से 12 कि.मी. दूर किसामा हैरिटेज गांव में मनाया जाता है। नागालैंड आने वाले भारतीय पर्यटकों के लिए इनरलाइन परमिट लेना