42 सौ करोड़ में पहाड़ पर ट्रेन
हल्द्वानी: पूर्वोत्तर रेलवे पहाड़ पर ट्रेन चढ़ाने को तैयार है। रेल बजट की घोषणाओं के क्रम में टनकपुर-बागेश्वर व रामनगर-चौखुटिया रेल लाइनों का सर्वे कराकर प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा जा चुका है। इन दोनों योजनाओं में करीब 42 सौ करोड़ की लागत आएगी। अब बोर्ड व रेलवे मंत्रालय पर निर्भर करेगा कि इन योजनाओं की मंजूरी के साथ ही बजट आवंटन भी जल्द हो, ताकि पहाड़ पर ट्रेन कुमाऊंवासियों का सपना न रह जाए।
रेल बजट में घोषित टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन का अक्टूबर 2010 में सर्वे किया गया था। करीब 254 किमी के इस रूट को तैयार करने की लागत 2800 करोड़ रुपए होगी। जबकि रामनगर-चौखुटिया के बीच 86 किमी की रेल लाइन का 1378 करोड़ का प्रस्ताव अगस्त 2011 में रेलवे बोर्ड को भेजा जा चुका है। दोनों योजनाओं की टेक्निकल फिजिबिलिटी एवं टै्रफिक सर्वे रिपोर्ट पर रेलवे बोर्ड व मंत्रालय को निर्णय लेना है। यदि योजनाओं की मंजूरी के साथ-साथ बजट आवंटन हो जाता है तो रेलवे इस पर काम शुरू करेगा। हालांकि यात्री आय के लिहाज से यह दोनों योजनाएं मुनाफा देने वाली नहीं हैं, लेकिन उत्तराखंड के सामरिक दृष्टिकोण के साथ रेलवे की सामाजिक प्रतिबद्धता के लिहाज से रेल लाइन पहाड़ तक पहुंचाना भी जरूरी है। इसके अलावा काठगोदाम-नैनीताल रेल लाइन का भी बोर्ड ने दोबारा सर्वे का आदेश दिया है। जल्द ही यहां सर्वे कराया जाएगा।
साभार दैनिक जागरण