108 साल पुराना विश्व धरोहर खाक
कंडाघाट ( हिमाचल प्रदेश ) ।। हिमाचल प्रदेश के कंडाघाट में मंगलवार तड़के 108 साल पुराने रेलवे स्टेशन में आग लग गई , जिसमें पूरा स्टेशन जलकर खाक हो गया। अंग्रेजों ने इसे साल 1903 में बनवाया था और यह पूरी तरह से लकड़ी का बना हुआ था। पुलिस के अनुसार इस हादसे में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। मशहूर कालका – शिमला रेलमार्ग पर बना यह रेलवे स्टेशन एक जंक्शन था। कंडाघाट शिमला से 25 किलोमीटर दूर स्थित है।
महत्वपूर्ण स्टेशन
शिमला से करीब 32 किमी दूर स्थित कंडाघाट स्टेशन इस रेलखंड के महत्वपूर्ण स्टेशनों में से एक है। यहां से मार्ग दो हिस्सों में बंटता है। एक मार्ग प्रसिद्ध पर्यटक स्थल चहल की ओर जाता है , जहां पटियाला के महाराजा गर्मियों में रहते थे। रेलवे ने इस स्टेशन के समीप महाराजा के लिए एक विशेष कक्ष बनवाया था और उनके सभी पार्सल और अन्य सामानों को यहां एक विशेष बोगी में रखा जाता था।
वास्तुकला का दुर्लभ नमूना
इस रेलमार्ग को साल 1903 में भारतीय वायसराय कर्जन ने यातायात के लिए खोला था। उस समय सिर्फ यूरोपीय नागरिकों को ही इस रेलमार्ग का उपयोग करने की अनुमति थी। जुलाई 2008 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित कालका – शिमला रेलखंड के तहत 102 सुरंगें और कई अद्भुत रेल पुल आते हैं। यह इमारत वास्तुकला का दुर्लभ नमूना थी। आग से स्टेशन के सभी रिकॉर्ड , फर्नीचर , टिकट और प्रचालन प्रणालियां भी नष्ट हो गईं।