किशोर, जवान और बूढ़े कोई पीछे नहीं
चढ़ाई मार्गों की अच्छी समझ, सुविधाओं और ट्रेनिंग की बेहतर सुविधाओं ने एवरेस्ट को लगभग सभी के लिए सुलभ बनाया है। स्कूल-कॉलेज विद्यार्थी, युवा पर्वतारोही, यहां तक कि 64 साल के अमेरिकी शेरमन बुल (2001) एवरेस्ट पर फतेह पा चुके हैं। सीजन में तो यूं महसूस होता है जैसे पर्वतारोहियों की लाइन लगी हो।