दिव्य शिला केदारनाथ के मंदिर के पीछे बहकर आए बोल्डर (चट्टान) को अब दिव्य शिला मानकर पूजा जा रहा है। पुजारियों का कहना है कि इसी शिला के कारण मंदिर टूटने से बचा क्योंकि पहाड़ से आया मलबा इस चट्टान से कटकर इधर-उधर चला गया। Post navigation तबाही के निशानत्रासदी के बाद केदारनाथ मंदिर