आसान नहीं है मेघालय-असम सीमा विवाद सुलझना- संगमा
मेघालय के मुख्यमंत्री पी ए संगमा मानते हैं कि मेघालय और असम के बीच अंतरराज्यीय सीमा विवाद आसानी से किसी मुकाम तक नहीं पहुंच सकता। हालांकि उन्होंने कहा कि वे केंद्र पर लगातार दबाव बनाते रहेंगे कि इस मसले के हल के लिए एक सीमा आयोग (बॉर्डर कमीशन) का गठन किया जाए। पिछली सरकार ने भी इस बात के लिए केंद्र से आग्रह किया था लेकिन असम सरकार ने ऐसा नहीं होने दिया। हमें दोनों राज्यों के बीच सकारात्मक माहौल बनाना होगा।
चार दशक पुराना है मामला
मेघालय-असम बॉर्डर पर दोनों राज्यों के बीच 12 स्थानों को लेकर विवाद है। हालांकि विवाद चार दशक से भी ज्यादा पुराना है लेकिन हाल ही में हुई कुछ घटनाओं ने इन्हें फिर चर्चा में ला दिया है। मेघालय को 1971 में स्वायत्त राज्य का जबकि 21 जनवरी 1972 को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था। मेघालय और असम के बीच अंतरराज्यीय सीमा को लेकर विवाद उस वक्त शुरू हुआ था जब नॉर्थ ईस्टर्न एरियाज (रीऑर्गेनाइजेशन) एक्ट 1971 के जरिए दोनों राज्यों के बीच की सीमा का निर्धारण हुआ था।