Category: पहाड-पर्यावरण

August 17, 2012 pcadm 0

सौर ऊर्जा से जगमगाता लद्दाख

सूर्य और इससे पैदा होने वाली ऊर्जा हमारी प्रथाओं का एक अहम हिस्सा है। जिसका लद्दाख़ी संस्कृति से गहरा नाता है। हांड मांस कंपा देने वाली सर्दी में जब यहां का जीवन ठहर जाता है तो इससे क्षेत्र का बिजली विभाग भी नहीं बच पाता है। ऐसे में सिर्फ सौर…

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August 12, 2012 pcadm 0

उत्तराखंड ने बनाया भालू के लिए एक्शन प्लान

देहरादून। आगामी नवंबर में दिल्ली में होने जा रही अंतरराष्ट्रीय भालू कांफ्रेंस के मद्देनजर उत्तराखंड में भी तैयारियां शुरु हो गई हैं। प्रदेश के वन विभाग ने भालुओं के संरक्षण को लेकर एक्शन प्लान तैयार किया है। उत्तराखंड में भालुओं की संख्या लगभग 2200 के आसपास है। लेकिन भालुओं के…

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July 17, 2012 pcadm 0

खतरे में ऐतिहासिक बद्रेश्वर मंदिर !

अल्मोड़ा : लगभग ढाई शताब्दी पुराना भगवान शिव का बद्रेश्वर मंदिर देखभाल के अभाव में अपने अस्तित्व को खोने की कगार पर है। उल्लेखनीय है कि मंदिर के नाम से ही इस इलाके का नाम बद्रेश्वर पड़ा है। सम्वत् 1843 यानि कि सन 1786 में तत्कालीन नगर के प्रतिष्ठित व…

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December 12, 2011 pcadm 0

बूढ़ा होता हिमालय

गोपेश्वर। हिमालयी क्षेत्रों में निर्माणाधीन जल विद्युत परियोजनाओं का हिमालय पर असर पड़ रहा है। अक्सर देखा जा रहा है कि पूर्व में किए गए सर्वे को दरकिनार कर परियोजनाओं का निर्माण किया जा रहा है, जो हिमालय के लिए खतरा बन सकता है। यह कहना है डिपार्टमेंट ऑफ एटमिक…

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