Skip to content

हिमयुग के जीव फिर विचरेंगे धरती पर!

wooly_mammoth_modelधरती पर जानवरों की असंख्य प्रजातियां खत्म हो चुकी हैं। अब वैज्ञानिक लुप्त हो चुकी प्रजातियों को वापस लाने की दिशा में काम कर रहे हैं। इसका मतलब यह नहीं हुआ कि सिनेमाघरों में दिखाई जाने वाली फिल्म जुरासिक पार्क वास्तविकता में तब्दील हो जाएगी।

किसी भी प्रजाति को जीवित करने के लिए सुरक्षित डीएनए की जरूरत होगी और डायनासोर इतने समय पहले लुप्त हो चुके हैं कि उनसे संबंधित जेनेटिक सामग्री जीवाश्म के रूप में ही मिलेगी।

बहरहाल, कुछ साल पहले लुप्त हुई प्रजातियों को वापस लाने की बहुत अधिक संभावनाएं सामने आई हैं। वैज्ञानिक वूली मैमथ (बड़े बालों वाला हिमयुग का हाथी) जैसे जानवर को दुबारा धरती पर लाना चाहते हैं।

साल 2003 में स्पेन और फ्रांस के वैज्ञानिकों की टीम पायरेनियन आईबेक्स नामक जानवर को फिर आकार देने में कामयाब रही, जो साल 2000 के आसपास विलुप्त हो गया था। वहीं, इसी साल जनवरी में आस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने घोषणा की कि वे विलुप्त हो चुके गेस्ट्रिक ब्रूडिंग मेंढक का भ्रूण बनाने में कामयाब रहे हैं।

सवाल है, लुप्त जानवरों को फिर से जीवित किया जाए या नहीं? लेकिन यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि क्या पैसेंजर पिजन जैसी प्रजाति अपना पुराना पारिस्थितिकी तंत्र रच लेगी। या उसकी संख्या मौजूदा प्रजातियों से अधिक हो जाएगी। पर्यावरण विदों को चिंता है कि प्रजातियों का पुनर्जीवन जीवों के संरक्षण के परंपरागत काम को प्रभावित करेगा।

क्वेगा

 

क्वेगा एक अनोखा प्राणी था जो दिखने में जेब्रा जैसा ही था लेकिन इसके शरीर पर धारियां केवल आगे के भाग में ही होती थीं। आखिरी क्वेगा एम्सटर्डम के चिड़ियाघर में था जिसकी मौत 1883 में हुई।

तस्मानिया टाइगर

 

तस्मानियन टाइगर ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया में पाए जाते थे। आखिरी तस्मानियन टाइगर की मृत्यु होबार्ट जू में 7 सितम्बर 1936 को हुई थी।

पेसेंजर कबूतर

200 वर्ष पहले तक कोई सोच भी नहीं सकता था कि यह पक्षी विलुप्त हो जाएगा। उत्तरी अमेरिका में ये करोड़ों की तादाद में थे। भुखमरी के दौर में लोगों ने इन्हें बड़े पैमाने पर मार डाला। 1 सितम्बर 1914 को आखिरी कबूतर मार्था भी विलुप्त हो गया।

 

सीरिया का जंगली गधा

 

सीरियाई जंगली गधा मध्य पूर्व के सूखे इलाकों में बड़ी तादाद में था। पहले विश्वयुद्ध के वक्त तुर्की और ब्रिटिश फौज की लड़ाई ने इस नस्ल को खत्म कर दिया। अंतिम सीरियाई जंगली गधे की मौत वियना के जू में 1928 में हुई।

 

बबल हार्टबीस्ट

 

बबल हार्टबीस्ट कभी मध्य अफ्रीका और मध्यपूर्व के देशों में स्वच्छंद घूमता था। यूरोपीय शिकारियों ने इसे खत्म कर दिया। अंतिम बबल हार्टबीस्ट पेरिस के चिड़ियाघर में 1923 में मर गया।

 

जावा का बाघ

 

जावा बाघ इंडोनेशिया के जावा द्वीप पर ही दिखाई देता था। 1980 के बाद से यह गायब है। जंगलों की अंधाधुंध कटाई को इसका कारण माना जा रहा है।

 

बैजी नदी की डॉल्फिन

 

चीन की बैजी नदी की डॉल्फिन 2 करोड़ सालों ने मौजूद थी, लेकिन चीन के औद्योगीकरण की बलि चढ़ गई। 2006 में इसे विलुप्त मान लिया गया।

 

गैस्ट्रिक ब्रूडिंग मेंढकयह आस्ट्रेंलियाई जीव 1980  में लुप्त हो गया।

पायरेनियन आईबेक्स: स्पेन और पुर्तगाल में पाया जाने वाला यह जीव 2000 में लुप्त हो गया।

 

यूं लौट आएंगे धरती के लुप्त हुए जीव

कोशिका की खोजः जीव वैज्ञानिक ठंडे स्थान में लुप्त प्रजाति की पूरी कोशिका खोजने की कोशिश करते हैं। यदि जीवित कोशिका नहीं मिलती है तो वे मृत कोशिकाओं के न्यूक्लियस से काम चला सकते हैं।

मेजबान की तलाशः लुप्त पशु की कोशिका के न्यूक्लियस को एक मेजबान कोशिका में डाला जाता है। हालांकि यह जरूरी है कि बिना न्यूक्लियस वाली मेजबान कोशिका उसी प्रजाति की हो। उदाहरण के लिए हिमयुग के वूली मैमथ के लिए हाथी की मेजबान कोशिका को उपयोग हो रहा है।

बढ़ोतरी- वैज्ञानिक भ्रूण का निर्माण होने तक नए सैल का विघटन करते रहते हैं।

इनक्यूबेट- भ्रूण को मेजबान पशु के अंडे या गर्भाशय में बढ़ने के लिए रखा जाता है। इससे लुप्त पशु आकार ले सकता है।

Leave a Comment

Your email address will not be published.

*
*