लेनिन पर मचा बवाल
अगरतला। त्रिपुरा में विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने स्कूली किताबों में महात्मा गांधी की जगह लेनिन की जीवनी को शामिल करने पर कड़ा एतराज जताया है। कांग्रेस ने धमकी भी दी है कि अगर महात्मा गांधी सिलेबस में फिर से शामिल नहीं किए गए तो वह आंदोलन करेगी। त्रिपुरा में सीपीएम की सरकार के मुख्यमंत्री माणिक सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने इसे वामपंथी सोच की साजिश बताया है।
कांग्रेसी नेता रतन लाल नाथ ने कहा कि सुकरात, अब्राहिम लिंकन और कार्ल मार्क्स को सिलेबस में रखा गया था और महात्मा गांधी की जगह लेनिन को शामिल किया गया है। क्लास-5 की जिस किताब के सिलेबस में यह बदलाव किया गया है, उसे स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च ऐंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) द्वारा तैयार किया जाता है।
रतन लाल ने कहा, ‘मैं लेनिन और कार्ल मार्क्स का आदर करता हूं और मैं किताबों से उनकी जीवनी हटवाना नहीं चाहता। लेकिन महात्मा गांधी का नाम किताबों से हटने से मैं नाराज हूं। मुझे लगता है कि यह महात्मा गांधी का अपमान करना है। सरकार स्टूडेंट्स को मार्क्सवादी बनाने के लिए सुनियोजित तरीके से ब्रेनवॉश करना चाहती है।’
रतन लाल ने मुख्यमंत्री मानिक सरकार को पूरे मामले की जानकारी दी है और एससीईआरटी में जिम्मेदार लोगों के लिए सजा की भी मांग की है।