जरूरी हैं शेरपा
शेरपा की मदद के बिना पर्वतारोहियों का बेस कैंप से बाहर निकलना और एवरेस्ट पर चढ़ना मुमकिन नहीं. शेरपा रास्ते की खोज करते हैं, उसे सीढ़ियों और रस्सियों से सुरक्षित भी करते हैं.
Read More
शेरपा की मदद के बिना पर्वतारोहियों का बेस कैंप से बाहर निकलना और एवरेस्ट पर चढ़ना मुमकिन नहीं. शेरपा रास्ते की खोज करते हैं, उसे सीढ़ियों और रस्सियों से सुरक्षित भी करते हैं.
Read More
प. बंगाल का दार्जिलिंग चाय के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। दार्जिलिंग की यह बाला टी-एस्टेट में चाय चुनती है। यहां बड़ी-बड़ी चाय कंपनियों के एस्टेट हैं व स्थानीय लड़कियां छोटी उम्र से ही इनमें काम करने लगती हैं। सौजन्यः गुरमीत ठुकराल (हिमालयन इमेजेस)
Read More
तबाही की तस्वीरे केदारनाथ मंदिर सहित पूरे उत्तराखंड़ की हैं। त्रासदी कितनी बड़ी थी इसकी गवाह हैं। अब तक एक हजार लोगों के शव मिल चुके हैं। मौत का आंकड़ा दस हजार से भी ऊपर माना जा रहा है। जीवन को सामान्य होने में कितना वक्त लगेगा कोई नहीं जानता।…
Read More
तबाही की तस्वीरे केदारनाथ मंदिर सहित पूरे उत्तराखंड़ की हैं। त्रासदी कितनी बड़ी थी इसकी गवाह हैं। अब तक एक हजार लोगों के शव मिल चुके हैं। मौत का आंकड़ा दस हजार से भी ऊपर माना जा रहा है। जीवन को सामान्य होने में कितना वक्त लगेगा कोई नहीं जानता।…
Read More
तबाही की तस्वीरे केदारनाथ मंदिर सहित पूरे उत्तराखंड़ की हैं। त्रासदी कितनी बड़ी थी इसकी गवाह हैं। अब तक एक हजार लोगों के शव मिल चुके हैं। मौत का आंकड़ा दस हजार से भी ऊपर माना जा रहा है। जीवन को सामान्य होने में कितना वक्त लगेगा कोई नहीं जानता।…
Read More
तबाही की तस्वीरे केदारनाथ मंदिर सहित पूरे उत्तराखंड़ की हैं। त्रासदी कितनी बड़ी थी इसकी गवाह हैं। अब तक एक हजार लोगों के शव मिल चुके हैं। मौत का आंकड़ा दस हजार से भी ऊपर माना जा रहा है। जीवन को सामान्य होने में कितना वक्त लगेगा कोई नहीं जानता।…
Read More
राज्य सरकार ने तीन दिनों तक लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया था। सेना न होती तो जाने क्या होता। जान जोखिम में डालकर बचाई हजारों जिंदगी।
Read More
राज्य सरकार ने तीन दिनों तक लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया था। सेना न होती तो जाने क्या होता। जान जोखिम में डालकर बचाई हजारों जिंदगी।
Read More
राज्य सरकार ने तीन दिनों तक लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया था। सेना न होती तो जाने क्या होता। जान जोखिम में डालकर बचाई हजारों जिंदगी।
Read More
राज्य सरकार ने तीन दिनों तक लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया था। सेना न होती तो जाने क्या होता। जान जोखिम में डालकर बचाई हजारों जिंदगी।
Read More